मंंत्री रेखा आर्या का एलान- आंगनबाड़ी केंद्रों में 5115 महिलाओं को मिलेगा रोजगार; हो गए आदेश
लंबे समय से उच्चीकरण की राह देख रहे राज्य के 5115 मिनी आंगनबाड़ी की यह साध अब पूरी हो गई है। केंद्र सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद अब इन्हें पूर्ण आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में उच्चीकृत करने का आदेश जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही इन आंगनबाड़ी केंद्रों में सहायिका के रूप में 5115 महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने इसके लिए केंद्रीय महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी के साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रति आभार जताया है। मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या बढऩे के दृष्टिगत इनके उच्चीकरण की मांग उठ रही थी। विभागीय मंत्री रेखा आर्या के निर्देश पर इस सिलसिले में प्रस्ताव केंद्रीय महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास मंत्रालय को भेजा गया था।
साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने भी केंद्र सरकार से इन मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के शीघ्र उच्चीकरण का आग्रह किया था। कैबिनेट मंत्री आर्या के अनुसार केंद्र सरकार ने हाल में इन मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के उच्चीकरण को हरी झंडी दी थी। अब विभागीय सचिव हरि चंद्र सेमवाल ने इस संबंध में शासनादेश भी जारी कर दिया है। मंत्री आर्या ने बताया कि मिनी आंगनबाड़ी केंद्र में केवल मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्ति होती है, जबकि आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यकर्ता के साथ ही सहायिका भी तैनात होती है।
अब 5111 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के पूर्ण आंगनबाड़ी बनने पर वहां कार्यरत कार्यकर्ता को सहायिका भी मिलेगी। यानी, सहायिका के रूप में इतनी ही महिलाओं को इन केंद्रों में रोजगार उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार जो कहती है, वह करती है। यह मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों के उच्चीकरण से साबित भी होता है।