छेनागाड़ में लापता लोगों की खोज को लेकर सर्च अभियान तेज

रुद्रप्रयाग। आपदा प्रभावित क्षेत्र छेनागाड़ में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस एवं अन्य बचाव दलों की ओर से लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है। विषम परिस्थितियों एवं दुर्गम भूभाग में राहत बचाव दल लगातार डटे हुए हैं। रेस्क्यू टीमों को मलबा एवं दलदल होने के कारण कार्य करने में काफी कठिनाई आ रही थी। ऐसे में जिला प्रशासन ने जेसीबी मशीन को तैनात किया है, जिससे सर्च अभियान में गति आई है। बीते 28 अगस्त को छेनागाड़ में आई आपदा ने सबकुछ बर्बाद कर दिया। आपदा में अभी भी नौ लोग लापता चल रहे हैं, जबकि दो दर्जन भवन मलबे में दबे हुए हैं। प्रशासन की ओर से मलबे में दबे लोगों की ढूंढखोज को लेकर तेजी के प्रयास किए जा रहे हैं। जेसीबी मशीन की मदद से मलबे को साफ किया जा रहा है, जबकि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ व पुलिस की टीमें भी जुटी हुई हैं।
इसके अलावा छेनागाड़ तक सड़क मार्ग सुचारु करने को लेकर जेसीबी एवं पोकलैंड मशीनें निरंतर कार्यरत हैं। सड़क मार्ग खोलने का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है, ताकि राहत एवं बचाव कार्यों को और तेजी के साथ किया जा सके। जिला प्रशासन के निर्देश पर जाला के पास एक पोकलैंड व दो जेसीबी मशीनें कार्यरत हैं। वहीं कमद के पास एक पोकलैंड व दो जेसीबी मशीनें, डमारगाढ़ से किमाणा के बीच तीन जेसीबी मशीनें लगातार क्षतिग्रस्त मार्गों को सुचारु करने को लेकर कार्यरत हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस सहित अन्य बचाव दलों एवं जिला प्रशासन की समन्वित कार्यशैली से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत, बचाव व सड़क सुचारु करने के कार्य निरंतर जारी हैं।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि छेनागाड़ क्षेत्र में लगातार खोज बचाव एवं राहत कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं। पहली प्राथमिकता सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करना है। जिसको लेकर प्रभावित क्षेत्र में जेसीबी को तैनात किया गया है। साथ ही सड़क मार्गों को सुचारु करने का प्रयास संबंधित विभाग द्वारा किया जा रहा है, ताकि राहत सामग्री, मशीनरी और रेस्क्यू टीमें प्रभावित गाँवों तक शीघ्र पहुंच सकें। प्रशासन का पूरा प्रयास है कि जितने भी लोग इस क्षेत्र में गुमशुदा हैं, उनका शीघ्र पता लगाया जाए और जल्द से जल्द प्रभावित परिवारों को सहायता उपलब्ध कराई जाए।