पुरुष आयोग की स्थापना की वकालत के लिए आयोजित की बाइक रैली
देहरादून। मैन वेलफेयर ट्रस्ट (एमडब्ल्यूटी) ने भारत में पुरुष आयोग की स्थापना की वकालत के लिए पहली बार राष्ट्रव्यापी बाइक रैली का स्वागत किया। इस ऐतिहासिक आयोजन का शुभारंभ गुरुग्राम से हुआ, जिसका उद्देश्य पुरुषों को प्रभावित करने वाले महत्वपूर्ण मुद्दों, जैसे बढ़ती पुरुष आत्महत्याओं और लिंग-आधारित कानूनों के दुरुपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसी संदर्भ में आज प्रसिद्ध बाइकर अमजद खान (जो विश्व रिकॉर्ड धारक हैं) और संदीप (जो लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स धारक हैं) हमारे बीच देहरादून में उपस्थित हुए।
इस पहल का नेतृत्व प्रसिद्ध बाइकर अमजद खान (जो विश्व रिकॉर्ड धारक हैं) और संदीप (जो लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स धारक हैं) द्वारा किया जा रहा है। यह यात्रा 15,000 किलोमीटर से अधिक का मार्ग तय करेगी, जो देशभर के प्रमुख शहरों के मध्य से गुजरेगी, जैसे कि दिल्ली, लखनऊ, पटना, सिलीगुड़ी, कोलकाता, भुवनेश्वर, विशाखापट्टनम, गुंटूर, चेन्नई, रामेश्वरम, कन्याकुमारी, त्रिचुर, गोवा, कोल्हापुर, पुणे, मुंबई, अहमदाबाद, जैसलमेर, बीकानेर, चंडीगढ़, जम्मू, कारगिल, लेह, सरचू, मनाली, शिमला और देहरादून आदि। मैन वेलफेयर ट्रस्ट (देहरादून अध्याय) के अध्यक्ष वितेश अग्रवाल ने इस पहल की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, 140 करोड़ से अधिक की आबादी वाले देश में, पुरुषों के सामने आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करने और हल करने में एक उल्लेखनीय शून्यता मौजूद है। एक कमी जिसे मेन्स वेलफेयर ट्रस्ट इस श्ऐतिहासिक राष्ट्रीय बाइक राइड पहल के माध्यम से सुधारना चाहता है। आज का कार्यक्रम न केवल पुरुष आयोग के लिए राष्ट्रीय बाइक राइड की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि पूरे भारत में पुरुषों के सामने आने वाले गंभीर मुद्दों को संबोधित करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत भी है। वितेश अग्रवाल ने यह भी कहा कि, पुरुषों के अधिकारों की रक्षा के लिए नीति और कानून निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए एक निकाय, आयोग, या मंत्रालय की तत्काल आवश्यकता है। यह यात्रा हमारे लिए लैंगिक न्याय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। हम संपूर्ण मानसिक स्वास्थ्य समर्थन, समान विधिक प्रक्रियाएँ, और साझा पैरेंटिग अभ्यास की मांग कर रहे हैं ताकि पिता को अपने बच्चों के जीवन से अलग न किया जाए। पुरुषों को एक मंच की जरूरत है ताकि वे भेदभाव, पक्षपात, और असमानता का सामना कर सकें। देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश से कई मुख्य एमडब्ल्यूटी के सदस्य इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल हुए। प्रमुख नामों में गिरीश यादव, सौरभ पटवाल, प्रमोद रावत, मोहित कुकरेती, जयनेंद्र कुमार, कैप्टन भूपेश गेरा, सुमन सोनू और अन्य सदस्य शामिल हैं।